मंगलवार, 2 जुलाई 2013

भड्डरी की कहावतें -4

बिना तिलक का पाँडिया,
बिना पुरुष की नार।
बायें भले न दायें,
सीन्याँ सर्प सुनार।।
यात्रा के समय बिना तिलक का पंडित, विधवा स्त्री, दर्ज़ी, साँप  और सुनार न दाहिने अच्छे हैं न बायें।
पवन बाजै पूरियो।
हाली हलावकीम पूरियो।।
यदि उत्तर-पश्चिम की हवा चले, तो किसान को नई ज़मीन में हल नहीं चलाना चाहिए। क्योंकि वर्षा जल्दी ही आने वाली है।